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JANKRITI ISSUE 65

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जनकृति का 65वां अंक आप सभी के समक्ष प्रस्तुत है। इस अंक में आप विविध क्षेत्रों से नवीन विषयों पर आधारित लेख व शोध आलेख पढ़ सकते हैं।

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क्रमांक विषय पृष्ठ संख्या
1. Gender, Women Empowerment and Human Development: JUGNU ARA 12-17
2. Dr. Ambedkar’s dream of the ‘intellectual class’ in Annihilation of Caste: –            Dharmaraj Kumar 18-29
3.

 

नक्सलवादी आन्दोलन और हिंदी की प्रमुख लघु पत्रिकाएं (1950 से 1980 के विशेष संदर्भ में):

डॉ. निकिता जैन

30-41
4. काव्यानुवाद का समाजशास्त्र: प्रा.सुभद्रा कुमारी सिन्हा 42-47
5. कबीर के काव्य में पारिभाषिक शब्दावली और अनुवाद: प्रदीप कुमार यादव 48-50
6. बिहिश्ती जेवर  और उसका शैक्षिक निहितार्थ: अब्दुल अहद 51-57
7. बिहार के दलित लोकगाथा ‘नटुआ नाच’ के प्रदर्शन में प्रतिरोध की भूमिका: रोहित कुमार 58-62
8. ‘आल्हा’ में लोक संस्कृति: पूनम गुप्ता 63-66
9. स्त्री विमर्श के संदर्भ में गिरीश करनाड़  का नाटक नागमण्डल: डॉ. स्वाति सोनल 67-75
10. दलित उपन्यासों का सांस्कृतिक पक्ष: डॉ. शिव कुमार रविदास 76-80
11. अवधी मुहावरों एवं पहेलियों (बुझौव्वल) में अभिव्यक्त स्त्री-छवियाँ: सरस्वती मिश्र 81-85
12. मोहनदास नैमिशराय के उपन्यासों में स्त्री विमर्श: उपेन्द्र कुमार 86-90
13. एक जमीन अपनी : स्त्री जीवन का बदलता स्वरूप रचती भाषा सुलभ रचना: आशु मंडोरा 91-94
14. फणीश्वरनाथ ‘रेणु’ का रिपोर्ताज ‘नेपाली क्रांति-कथा’ :

स्पर्श-चाक्षुष-दृश्य बिंब की लय का बखान- अमरेन्द्र कुमार शर्मा

95-108
15. धूमिल की कविताओं का ध्वनि स्तरीय शैलीचिह्नक विश्लेषण: सुशील कुमार 109-122
16. डायस्पोरा का गृहभूमि पर चुनावी और गैर चुनावी राजनीतिक प्रभाव और इसके माध्यम: अखिलेश कुमार सिंह 123-129
17. ‘कामायनी’ में आधुनिकता के आभिलक्षण: दीप्ति मिश्रा 130-138
18. नई कहानी के परिप्रेक्ष्य में ‘वापसी’ कहानी का मूल्यांकन: श्रुति ओझा 139-145
19. प्रेमचंद की कहानियों में खेल जीवन की उपस्थिति और उसका स्वरूप: जैनेन्द्र कुमार 146-150
20. उत्तर-पूर्व के समाज मे भारतीय सांस्कृतिक  परंपरा: डॉ. अनुप्रिया 151-160
21. हिंदी कथा साहित्‍य पर गांधी-दर्शन का प्रभाव: डॉ. मेनका कुमारी 161-165
22. धर्म और सांप्रदायिकता के चलते बदलते इतिहास के मायने: दिनेश कुमार पाल 166-172
23. सांप्रदायिकता का रचनात्मक प्रतिरोध: डॉ. रवि रंजन 173-181
24. कात्यायनी की काव्य संवेदना: डॉ. कुमारी सीमा 182-188

 

 

 

 

क्रमांक विषय पृष्ठ संख्या
25. नए आलोचकों के लिए आईना: डॉ. भारती कुमारी 189-194
26. रचना प्रक्रिया और प्रेमचंद (संदर्भ-साहित्य का उद्देश्य (निबंध): शिखा 195-198
27. रामवचन राय : व्यक्तित्व और रचना-संसार: डॉ. सावन कुमार 199-204
28. मध्यकालीन संस्कृति में संत नामदेव की उपादेयता: जगदाले अप्पासाहेब गोरक्ष 205-209
29. विद्यासागर नौटियाल की कहानियों में पहाड़ी जीवन का यथार्थ: मोनिका पन्त 210-215
30. क्रांति की अवधारणा और संबंधित साहित्य: सच्चिदानंद सिंह 216-222
31. बाल साहित्य की विशेषताएं: डॉ. कुमारी उर्वशी 223-227
  साहित्यिक रचनाएँ (कविता)  
32. डॉक्टर सोनी पाण्डेय की रचना 228
33. मोनिका वर्मा की कविता 229
  साहित्यिक रचनाएँ (ग़ज़ल)  
34. आशा पांडेय ओझा की ग़ज़लें 230-232
  साहित्यिक रचनाएँ (कहानी)  
35. चंद्रकांत: सुशांत सुप्रिय 233-236
  साहित्यिक रचनाएँ (लघुकथा)  
36. अधिनायक: सीताराम गुप्ता 237-238

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