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JANKRITI ISSUE 72-73

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इस अंक में आप साहित्य, कला, पत्रकारिता, इतिहास इत्यादि क्षेत्रों के महत्वपूर्ण विषयों पर आधारित शोध आलेख, लेख पढ़ सकते हैं। इसके अतिरिक्त अंक में आप साहित्यिक रचनाएँ भी पढ़ सकते हैं।

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कला-विमर्श
1. Idea of form in tat aḍavu of Bharatanāṭyam dance style: Sonal Nimbkar 10-28
2. दिल्ली हिंदी रंगमंच का पार्श्वकर्म: डॉ. धर्मेन्द्र प्रताप सिंह 29-33
3. बिरसा मुंडा के जीवन और संघर्षों को दर्शाता नाटक ‘धरती आबा’: डॉ. कुमारी उर्वशी 34-42
4. इक्कीसवीं सदी का लोक और भोजपुरी सिनेमा: डॉ. अमरेन्द्र कुमार श्रीवास्तव, डॉ. अर्पिता कपूर 43-49
5. गाँव: श्याम बेनेगल की नज़र में- लक्ष्मी 50-55
  दलित एवं आदिवासी -विमर्श
6. दलित विमर्श और हिंदी की दलित आत्मकथाएँ: भारती 56-61
7. विमुक्त-घुमंतू जनजातियाँ: साहित्य और वर्तमान संदर्भ- डॉ. रक्षा गीता 62-69
  अल्पसंख्यक -विमर्श
8. साझा संस्कृति के मूल में निम्नवर्ग एवं मुस्लिम राजनीति: डॉ. नुसरत जबीं सिद्दिकी 70-76
  इतिहास
9. गुप्त कालीन ऐरण : ऐरण से प्राप्त पुरातात्विक साक्ष्यों का विश्लेषणात्मक अध्ययन: प्रिंस कुमार सिंह 77-85
  किन्नर-विमर्श
10. हिंदी उपन्यास और किन्नर समुदाय का संघर्ष: शिवांक त्रिपाठी 86-96
11. ‘मैं पायल’ – उपन्यास में चित्रित किन्नर जीवन

की महागाँथा का एक झलक: डॉ. नुरजाहान रहमातुल्लाह

97-101
मीडिया- विमर्श
12. डिजिटल दुनिया और युवा पीढ़ी: दिव्या शर्मा 102-105
शिक्षा- विमर्श
13. आधुनिक तकनीकी युग में गांधी की बुनियादी शिक्षा के प्रयोग,वर्तमान परिस्थिति और भाषा

(विशेष संदर्भ: वर्धा): सद्दाम होसैन, श्रीप्रकाश पाल

106-113
14. मध्यकालीन हिंदी काव्य के शिक्षण- शास्त्रीय आयाम: संगीता केशरी 114-118
15. नाच न जाने आँगन टेढ़ा: संदीप तोमर 119-125
  स्त्री-विमर्श
16. पितृसत्ता: अर्थ, उत्पत्ति एवं व्यापकता: पूजा मिश्रा 126-132
17. स्त्री विमर्श और ‘हंस’ पत्रिका : एक अध्ययन – नुरुल होदा 133-139
18. हिंदी नवजागरण और स्त्री: सुमित कुमार 140-145
19. स्त्री विमर्श और समकालीन हिंदी कविता: डॉ. गंगाधर चाटे 146-158
20. स्त्री का मानसिक पर्यावरण: लेखक मुद्राराक्षस के दृष्टिकोण से- रूपांजलि कामिल्या 159-163
समसामयिक-विमर्श
21. Bouncing back from failure is our duty: Manish Singh 164-165
22. हिन्दी साहित्य और सिनेमा में एल०जी०बी०टी० समुदाय का मूल्यांकन: सविता शर्मा 166-170
23. वैकल्पिक विकास में जैविक कृषि की भूमिका: आशीष कुमार 171-176
24. ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ की शिक्षक, शिक्षा और शिक्षार्थी ही आधार – प्रदीप सिंह 177-179
साहित्यिक-विमर्श
25. 19वीं शताब्दी में हिंदी साहित्य के इतिहास लेखन में भाषा संबंधी बहसें: संजय कुमार 180-185
26. साहित्य और कला के अध्ययन में मार्क्सवाद का महत्त्व:

अनीता

186-188
27. साहित्य के समाजशास्त्र की दृष्टि से मार्क्सवाद की उपयोगिता: रमन कुमार 189-193
28. दीर्घतपा : एक विश्लेषणात्मक अध्ययन- शेषांक चौधरी 194-199
29. फणीश्वरनाथ रेणु की ‘जलवा’ कहानी में देशप्रेम: डॉ० पवनेश ठकुराठी 200-202
30. निम्नवर्गीय आक्रोश और रेणु की रचनादृष्टि: डॉ. रामउदय कुमार 203-206
31. पूंजीवादी-उपभोक्तावादी संस्कृति और स्त्री

(विशेष संदर्भ- पंकज सुबीर की कहानियाँ): दिनेश कुमार पाल

207-213
32. तुलसी और समाज: डॉ. भारती मोहन 214-216
33. तुलसीदास से पहले के अवधी भाषा साहित्य में रामकथा संदर्भ: राम कुमार 217-223
34. हिन्दी भक्ति-काव्य में राम-महिमा: डॉ. चंद्रकांत सिंह 224-229
35. ‘रामलला नहछू’: सामाजिक सौहार्द का सांस्कृतिक समारोह- रमेश कुमार राज 230-236
36. पदमावत व मधुमालती में स्त्री पुरुष सम्बन्धों का तुलनात्मक अध्ययन: रेखा 237-241
37. नवजागरण के अग्रदूत श्रीनारायणगुरु: डॉ.विजी.वी 242-246
38. प्रसाद का आरंभिक काव्य: विराट संभावना का उन्मेष- डॉ. करुणाशंकर उपाध्याय 247-251
39. महादेवी वर्मा की कविताओं में चित्रित प्रेम-भाव: अनुज कुमार 252-258
40. श्रृंखला की कड़ियाँ में निहित स्त्री-चेतना: डॉ. चैताली सिन्हा 259-269
41. ‘अवाक’: कैलाश मानसरोवर की अंतर्यात्रा का वृतांत- स्वाति चौधरी 270-276
42. मैत्रेयी पुष्पा के उपन्यासों में जातिप्रथा और नारी सशक्तिकरण: पुरबी कलिता 277-280
43. कुंवर नारायण का काल बोध: संतोष कुमार 281-296
44. बिक्रम सिंह की कहानियों समाजबोध के विविध आयाम: वीरेन्दर 297-303
45. शरद जोशी के स्तम्भों में प्रबुद्ध युगबोध का अवलोक: काजल कुमारी सिंह 304-311
46. रिटायरमेंट नौकरी से जिंदगी से नहीं: स्मृति कुमारी सिंह 312-317
47. स्वयं प्रकाश की कहानी कला: गौरव भारती 318-338
48. स्वर्णिम भारत के शब्द-साधक पद्मश्री गिरिराज किशोर: डॉ. सोमाभाई जी. पटेल 339-345
49. हिन्दी ग़ज़ल में फ़िक्र और ज़िक्र: डा. जियाउर रहमान जाफरी 346-351
50. दारगे नरबू : शव काटने वाला आदमी- विजय कुमार 352-354
लेख
51. गुमनामी के अंधेरों में खोया सितारा : इंद्र बहादुर खरे- डॉ.नूतन पाण्डेय 355-359
52. स्त्री के दुख की अकथ गाथा का दस्तावेज:देह ही देश- मनोज शर्मा 360-367
साहित्यिक रचनाएँ: कविता
53. अर्चना त्यागी की कविता 368
54. राजेन्द्र ओझा की कविता 369
साहित्यिक रचनाएँ: कहानी
55. वजूद: डॉ. रंजना जायसवाल 370-373
लोकसाहित्य एवं संस्कृति
56. हिमाचल प्रदेश और लोकजीवन: डॉ. ममता 374-379

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