Description
जनकृति अंक 88 विषय सूची-
संपादकीय 4 कला-विमर्श मध्यकालीन नाट्यकर्म : स्थिति और अवलोकन / अभिषेक कुमार यादव 8 लोकगीतों में महिला स्वर: विशेष संदर्भ: हिमाचल प्रदेश / प्रीति 16 मीडिया-विमर्श हिंदी पत्रकारिता आज में / विरेश 28 दलित एवं आदिवासी-विमर्श हिंदी भाषा और साहित्य के विकास में दलित-पिछड़ों का योगदान / हरिनारायण ठाकुर 31 स्त्री-विमर्श मुक्ति चेतना और स्त्री लेखन/ डॉ. संगीता यादव 47 किन्नर-विमर्श किन्नरों के प्रति हिंदी उपन्यासों में व्यक्त सामाजिक नकारात्मकता / रवि शंकर चौरसिया, वीरेन्द्र सिंह 55 भाषिक-विमर्श हिंदी के समक्ष वर्तमान युग की चुनौतियां एवं समाधान के विविध आयाम / अनिल कुमार 65 राजनीतिक -विमर्श राष्ट्रवाद/ डॉ राजेश मौर्य 71 साहित्यिक-विमर्श उषा प्रियंवदा के कथा साहित्य में बदलते स्त्री-पुरुष संबंध/ अर्चना मीणा 87 हरीश अरोड़ा कृत ‘महाप्रयाण’ एकांकी संग्रह : चेतना का नवीन स्वर / डॉ. साक्षी 91 प्रभा खेतान के ‘छिन्नमस्ता’ उपन्यास में ‘स्त्री विमर्श’/ गढवी योगेशकुमार गणपतदान 105 ज्ञानेंद्रपति की कविताओं में जीव-जन्तु एवं वनस्पति / सोनू कुमार ठाकुर 114 शरद जोशी की व्यंग्य-कृतियों में हमारी शिक्षा-व्यवस्था / डॉ. ज्योतीश्वर मिश्र 128
साहित्यिक रचनाएँ कविता डॉ. हरीश अरोड़ा 137 संजय वर्मा 149 कहानी मन का चौराहा /डॉ. अमिता प्रकाश 150 पुस्तक समीक्षा जलते हुए बसन्त की चीख: एक साठोत्तरी कविता के श्वेत-पत्र का उत्खनन / समीक्षक -भानु भारवि 157