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JANKRITI ISSUE 92

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आप सभी पाठकों के समक्ष जनकृति का दिसंबर 2022 अंक प्रस्तुत है। इस अंक में आप साहित्य, कला, इतिहास, संस्कृति इत्यादि क्षेत्रों के महत्वपूर्ण विषयों पर आधारित शोध आलेख, लेख पढ़ सकते हैं। इसके अतिरिक्त अंक में आप साहित्यिक रचनाएँ भी पढ़ सकते हैं।

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जनकृति वर्ष 8, अंक 92, दिसंबर 2022- विषय सूची

संपादकीय 4

कला-विमर्श  
Between Past and Future: Indian Theatre and performance in and after Covid19/ Dharm Prakash   8
इंसानियत के खिलाफ इंसान की लड़ाई है अवतार-2/ रमेश कुमार राज 26

दलित एवं आदिवासी -विमर्श   
ओमप्रकाश वाल्मीकि के साहित्य में अभिव्यक्त हिन्दू समाज का यथार्थ / अंकित कुमार वर्मा 33
भरोसे की बहन : दलित समस्याओं का संवेदनशील दस्तावेज / सौरभ मौर्य 40
पातालकोट “भारिया” आदिम जनजाति परंपरागत जीवन शैली एक अध्ययन / अनुभूति शर्मा, डॅा राजेश श्रीवास्तव 47
मेलघाट की कोरकू जनजाति में लोक चिकित्सा / महेंद्र कुमार जायसवाल, फरहद मलिक 55
मेघालय की खासी जनजाति/ वीरेन्द्र परमार 70

स्त्री-विमर्श 
नारीवाद : संघर्ष एवं चुनौतियाँ / शरद जायसवाल 75
मानवाधिकार के परिधि में स्‍त्री / शालिनी चौधरी 83
स्वातंत्र्योत्तर भारत में स्त्री : सामाजिक-सांस्कृतिक संदर्भ / शेषधर यादव 91
स्त्री मन की अनकही दास्तां / अनुज कुमार 100

मीडिया-विमर्श
भारतीय संस्कृति एवं सोशल मीडिया / डॉ.विश्वनाथ किशन भालेराव 106

शिक्षा-विमर्श
Brahmavadinis: The Pillars of the Indian System of Knowledge / Riddhi Agarwal, Dr. Ajay Pal 113

इतिहास 
अपराधी जनजाति और औपनिवेशिक इतिहास / उद्देश शुक्ला 120

राजनीतिक-विमर्श 
धर्म और सत्ता का अंतर्संबंध / डॉ. प्रवेश कुमार 129
राजस्थान की प्रथम नगर परिषद का ऐतिहासिक महत्व एवं महिलाओं की राजनीतिक सहभागिता का एक विश्लेश्णात्मक अध्ययन: राजस्थान की प्रथम नगर परिषद्, ब्यावर के संदर्भ में/ कविता अटवाल, धर्मदास अटवाल 137

समसामयिक-विमर्श 
The Impact of 5G on Global Economy / Chetna Rana 144

साहित्यिक-विमर्श 
हिन्दी यात्रा-वृत्तान्त और समाज / डॉ. मुकुल रंजन झा 159
हिंदी लघुकथा का समकालीन परिदृश्य वाया कमल चोपड़ा / चेतन विष्णु रवेलिया 167
पेरियार ललई सिंह के साहित्य में चित्रित लोक-संघर्ष के आख्यान का अवलोकन / मुकेश कुमार यादव 175
मक्खलि गोसाल और उनका धार्मिक चिंतन / रवींद्र प्रताप सिंह  186
सूरजपाल चैहान की कहानियों में व्यक्त दलित चिंतन / अंजलि  194
संत साहित्य: सामाजिक चेतना के स्त्रोत / मनीष कुमार कुर्रे 208
शिवमूर्ति की कहानियों में स्त्री (कसाईबाड़ा, तिरिया  चरित्तर और कुच्ची का कानून के संदर्भ में)/ मनीषा पाल 219
भुवनेश्वर की कहानियों में आधुनिक संवेदना और स्त्री निरूपण / निधि सिंह  228
फणीश्वरनाथ रेणु के साहित्य में आंचलिक सैद्धांतिकी का सौन्दर्यशास्त्रीय अध्ययन / सपना दास 241
तिहरे मार की शिकार: टूटे पंखों से परवाज़ / डॉ. चन्दा सागर  249
कवि कृष्णचंद्र रोहणा की रचनाओं में सामाजिक न्याय एवं जाति विमर्श / डॉ. दीपक 261
‘ईंधन’ उपन्यास की भाषिक संरचना / शाहीन 267
‘मार्गरीटा ऐनी जॉनसन (माया एंजेलो): गुलामी से मुक्ति की राह तक! संदर्भ : ‘आई नो व्हाई द केज्ड बर्ड सिंग्स’/ डॉ.चैताली सिन्हा 276
साहित्य में  ऐतिहासिकता, स्थानीयता की उपस्थिति  और तारा पाण्डेय का रचनाकर्म / डॉ.  प्रकाशचंद भट्ट 293
पारिस्थितिक विमर्श और समकालीन हिंदी कविता / डॉ. नेहा मिश्रा 307
अज्ञेय की विभाजन संबंधी कहानियों में अभिव्यक्त मानवीय मूल्य और उनकी प्रासंगिकता / ताजवर बानो 322

प्रवासी साहित्य 
‘स्व’ की तलाश : ‘अन्तर्वंशी’ उपन्यास के विशेष संदर्भ में / शशि शर्मा 328

लोक साहित्य एवं संस्कृति  
किन्नौर क्षेत्र में व्याप्त देव संस्कृति का स्वरूप एवं उपादेयता / दीपमाला 333

अनुवाद 
अनूदित रूसी कहानी: शत्रु - एंटन चेखव / अनुवादक-  सुशांत सुप्रिय 343

 साहित्यिक रचनाएँ
कविता
डॉ. राम प्रवेश रजक  356

गज़ल
निज़ाम-फतेहपुरी  358

कहानी
ज्यों चकमक में आग / शिवानी 359

व्यंग्य
बावरा मन / डॉ.क्षमा सिसोदिया 365

पुस्तक समीक्षा
सलीब पर टंगी मानवता का महावृतांत ‘अस्थि फूल’/ समीक्षक: चंद्रकला 369