Home JANKRITI ISSUE 2023 JANKRITI ISSUE 96-97 (COMBINED)
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JANKRITI ISSUE 96-97 (COMBINED)

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आप सभी पाठकों के समक्ष जनकृति का अप्रैल-मई 2023 सयुंक्त अंक प्रस्तुत है। इस अंक में आप साहित्य, कला, इतिहास, संस्कृति इत्यादि क्षेत्रों के महत्वपूर्ण विषयों पर आधारित शोध आलेख, लेख पढ़ सकते हैं। इसके अतिरिक्त अंक में आप साहित्यिक रचनाएँ भी पढ़ सकते हैं। कुल पृष्ठ- 677

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Description

जनकृति- अंक 69-97, अप्रैल-मई 2023 (सयुंक्त अंक) – विषय सूची

कला-विमर्श  
हिन्‍दी कहानियों का मंचीय प्रवेश / कपिल कुमार   8
‘दशावतार’ लोक-नाट्य में चित्रित लोक-परंपरा / प्रियंका राजेंद्रप्रसाद चौहान 14
वेब सीरीज की नई दुनिया : ओटीटी प्लेटफॉर्म / डॉ. हंसराज 'सुमन' 25

दलित एवं आदिवासी -विमर्श   
हिंदी दलित साहित्य में अस्मिता और वर्ग की पारस्परिकता / विकाश कुमार 37
हाशिये के समाज की अवधारणा और पेरियार ललई सिंह की वैचारिकी / विजय कुमार 46
अस्मिता संबंधी चिंतन और विमर्श : ‘जूठन’ के विशेष सन्दर्भ में / ज्योति 55
गद्दी जनजाति की आर्थिक गतिविधियों का : एक मानवशास्त्रीय अध्ययन
(ग्राम-जियाखास, जिला-काँगड़ा, हिमाचल प्रदेश के विशेष सन्दर्भ में) / महेन्द्र कुमार जायसवाल, डॉ. सोनिया कौशल 77
आदिवासी राजनीतिक संघर्ष : समर शेष है ?/ निधि पांडेय 88
कांशीराम: दलित विमर्श उत्तर-अम्बेडकर / सुमीत कुमार गुप्ता 95
भारतीय विधायिका और संसदीय लोकतंत्र में आदिवासी हस्तक्षेप- झारखंड आंदोलन का इतिहास / राकेश कुमार, डॉ सुचेता सेन चौधुरी 103

स्त्री-विमर्श 
भारतीय सनातन परंपरा में स्त्री / डॉ. मनीषा पांडेय 117
नवजागरण और स्त्री शिक्षा / प्रिया राज 125

किन्नर-विमर्श 
‘थर्ड जेण्डर’ समाज के प्रति सामाजिक चेतना प्रेषित करते टी.वी. विज्ञापन / सुमन राजभर 131

मीडिया-विमर्श   
Objectification of Women in Advertisements and Promotions: A Critical Study / Mohammed Johaed, Saddam Hossain 138
The Art of Storytelling through the Lens: A Closer Look at Raghu Rai's Photojournalism and Its Relevance Today/ Amit Mishra 149
जन-चेतना की निर्मिति में ‘चाँद’ पत्रिका की भूमिका / अनूप कुमार 158
न्यू मीडियां में हिंदी का प्रयोग व प्रभावशीलता / डॉ.सुनील कुमार 164

भाषिक-विमर्श
आचार्य किशोरीदास वाजपेयी और हिंदी विभक्ति / डॉ. स्वर्ण लता सिन्हा 173
भारतीय विदेश निति के बदलते आयाम / रवि कुमार  210

शिक्षा -विमर्श
Early Childhood Care and Education / Dr. Kalyani Pradhan 180
शिक्षा में लोकसाहित्य की प्रासंगिकता (लोक-कथाओं के विशेष संदर्भ में)/ आरती तिवारी  201

राजनीतिक-विमर्श
भारतीय विदेश निति के बदलते आयाम / रवि कुमार  210

इतिहास 
भारतीय स्वाधीनता संग्राम में आध्यात्मिक चेतनाशील व्यक्तित्व / डा० आनन्द कुमार त्रिपाठी  219
Settlement Pattern of Painted Grey Ware Sites of the Yamuna-Hindon Doab Dr. Rewant Vikram Singh 228
रामायणयुगीन आश्रम संस्कृति- एक वैशिष्ट्य / डॉ. महेन्द्र कुमार उपाध्याय 243

दर्शन
The Concept of Consciousness in the Advaita philosophy / Dr. Mukul Bala 248

समसामयिक-विमर्श
कोविड-19 में महिलाओं पर संकट / प्रीति  258

साहित्यिक-विमर्श 
भारतीय काव्यशास्त्र में साधारणीकरण का महत्व / प्रो. रत्नेश विष्वक्सेन 271
भारतीय काव्यशास्त्र परम्परा में ‘रस’ विमर्श / डॉ.मीरा कुमारी 279
हिन्दी ग़ज़ल में आदिवासी जीवन / अमन कुमार 291
हाशिए के समाज का जीवन यथार्थ और ‘साँप’ उपन्यास / अविनाश बनर्जी 301
कला बनाम राजनीति : (विशेष संदर्भ हसीनाबाद)/ हारून अंसारी 315
स्वतंत्रता आंदोलन में देश प्रेम कविताओं की भूमिका /डॉ. बसुन्धरा उपाध्याय 323
हिंदी उपन्यासों में चित्रित कश्मीरी स्त्री / सौम्या वर्मा 333
‘सुमंगली’ कहानी में दलित स्त्री दशा का अंकन: नारीवादी दृष्टि से / मिनाली गुप्ता 340
समकालीन परिदृश्य में परंपरा के स्वीकरण की चुनौतियाँ और समाधान / प्रो. गुंजन 350
संजीव के कथा-साहित्य में स्त्री का विद्रोही स्वरूप / क्षमा यादव 359
ताज और फूलीबाई के लेखन में प्रतीक योजना / ज्योति 368
आंचलिक उपन्यास का भाषा-शिल्प / शेफालिका शेखर 375
शेखर एक जीवनी में क्रांति का स्वर / सूर्य प्रकाश त्रिपाठी 381
वैश्वीकरण और जल, जंगल, जमीन का सवाल (आदिवासी साहित्य की हिन्दी कहानी के संदर्भ में)/ डॉ. रहीम मियाँ 387
ललदेद / चेतन विष्णु रवेलिया 395
त्रासदितों और दु:खों  से उपजी ओमप्रकाश वाल्मीकि की दलित कहानियाँ / राज कुमार 404
रघुवीर सहाय की कविता में मूल संवेदना / पूजा झा 413
त्रिलोचन के गद्य साहित्य ‘देशकाल’ में सामाजिक चेतना के स्वर / मुमताज़ परवीन 420
डॉ.सुशीला टाकभौरे के कहानियों में चित्रित सामाजिक समस्याएं / श्री प्रकाश, डॉ . आशा मीणा 428
डॉ. रमेश पोखरियाल के काव्य में सांस्कृतिक एवं दार्शनिक बोध / डॉ. रमा आर्य 438
डॉ. बद्रीप्रसाद पंचोली के निबंध साहित्य में लोक और वेद चिंतन / सी. मालसोमत्लूआंगी, डॉ. अखिलेश कुमार शर्मा 446
अलगाव-बोध  और ज्ञानरंजन की कहानियाँ / लौह कुमार 454
उषा प्रियंवदा की कहानियों में महानगरीय संत्रास- बोध / डॉ पूनम सिंह 463
छप्पर में अम्बेडकरवादी दर्शन/ अजय कुमार चौधरी 474
वर्तमान समय और समाज में कबीर की प्रासंगिकता / डॉ. अंजु 481
ओमप्रकाश वाल्मीकि के कहानियों में सामाजिक चेतना / ज्ञानेश्वरी रौतिया 488
अस्मिता पर ग्रहण के प्रश्न:अखिलेश का कथा साहित्य /आदित्य रंजन यादव 494
अरुण प्रकाश की कहानियों में निहित समाजिक संदर्भ / डॉ चंदा सागर 504
डॉ. मधु धवन की रचनाओं में नारी की पश्चाताप / सुधा. वी 519
नारी अस्मिता के उठते नए सवाल: मृदुला गर्ग की ”अवकाश” कहानी के सन्दर्भ से / डॉ. छाया चौबे 524
असमिया साहित्य और समाज में राम / डॉ जोनाली बरुवा 530
‘अकाल में उत्सव’ उपन्यास में अभिव्यक्त किसान जीवन और उनकी समस्याएँ / कंचन चौहान 541
राहुल सांकृत्यायन के कथा साहित्य में अभिव्यक्त राजनीतिक चेतना /आकाश शंकर 548
‘जिनगीक ओरिआओन करैत’ मे कविक जीबटपन एवं मानवीय संवेदना / डॉ. रमण कान्त चौधरी 559
प्यार न होता धरती पर तो सारा जग बंजारा होता / प्रो. प्रतिभा राजहंस 568

धर्म एवं संस्कृति 
विश्नोई धर्म दर्शन में प्रकृति संरक्षण की महत्ता और वर्तमान में प्रासंगिकता / विजेंद्र मीना 583
पांचवीं देवी शक्ति पीठ जोगुलम्बा देवी: हेमलपुरम (आलमपुर): तेलंगाना राज्य के प्रसिद्ध मंदिर / सुनंदा ठाकुर 590
भारतीय समुदायों में हनुमान चरित्र / तिलकराज गर्ग, डॉ. प्रदीप कुमार 595
किन्नौर की बदलती संस्कृति का स्‍वरूप / सूरज गंगा 602

लोक साहित्य
आदिवासी लोक साहित्य में जीवन का राग-रंग/ पूनम 608

आलेख
किस्सा, किस्सागो एवं किस्सागोई / राजेन्द्र सिंह गहलौत 615
कहानीकार बलराम / डॉ. करुणाशंकर उपाध्याय 628

अनुवाद 
अनुवाद की संकल्पना में संज्ञा की अनुवादनीयता का प्रश्न
(हिंदी से अनुवाद करने के विशेष संदर्भ में)/ शिवानी पंवार 633

साहित्यिक रचनाएँ: कविता
मनोज कुमार शर्मा  643

कहानी
चौख़ट / रामेश्वर महादेव वाढेकर 646
अभी जिंदा हूं मैं/ श्यामल बिहारी महतो 653

पुस्तक समीक्षा
समकालीन कविता के तंत्र में ‘रंगतंत्र’ / समीक्षक: तेजस पूनियां 663
आजादी और लोकतंत्र के पहरुए / समीक्षक: राजनारायण बोहरे 670