The Journal welcomes the submission of research articles, Interviews, Literature (Poem, Book Reviews, Stories etc.)
You can submit your Writing by simply mailing on Jankritipatrika@gmail.com in MS Word format. Journal Frequency Monthly: ( 12 issue per year) Date of notification of acceptance: Within 10 days Date of publication: Within 05 days after completion of all formalities. Peer-Review Process and Notification 7 to 15 days. Publication Date: Last Week of the month.
AS PER UGC GUIDELINES
Global standards of high quality research, in all academic disciplines under its purview, the University Grants Commission (UGC) aspires to stimulate and empower the Indian academia through its “Quality Mandate”. A public notice was issued by the UGC, on the 28th of November, 2018, to announce the establishment of a dedicated Consortium for Academic and Research Ethics (CARE) to carry out this mandate.
- To promote quality research, academic integrity and publication ethics in Indian universities.
- To promote high quality publications in reputed journals that would help in achieving higher global ranks.
- To develop an approach and methodology for identification of good quality journals.
- To prevent publications in predatory/ dubious / sub-standard journals, which reflect adversely and tarnish the image of Indian academia.
- To create and maintain a “UGC-CARE Reference List of Quality Journals” (UGC-CARE List) for all academic purposes.
Instruction For Writer and Researchers
लेखकों , शोधार्थियों हेतु निर्देश
ईमेल- jankritipatrika@gmail.com
शोध आलेख भेजने हेतु
शोध आलेख- पत्रिका में साहित्य, काला, मीडिया, शिक्षा, राजनीति विज्ञान, विज्ञान, इतिहास, दर्शन, वाणिज्य, मेडिकल, विधि इत्यादि विभिन्न क्षेत्रों के विभिन्न विषयों पर आधारित शोध आलेख प्रकाशित किये जाते हैं। शोध आलेख का प्रकाशन अंतरराष्ट्रीय मानकों के अनुरूप किया जाता है।
शोध आलेख का प्रारूप – शोध आलेख प्रारूप को यहाँ से प्राप्त करें –
शोध पत्र प्रारूप / Sample Paper Format
शोध आलेख का प्रारूप-
शोध आलेख विषय [Research Paper Title]
शोधार्थी का नाम, विभाग एवं संस्थान का नाम, ईमेल एवं मोबाइल नंबर [ Author’s affiliation (Author Name, Department, College, State, Country, Mobile Number and E-Mail should be provided) ]
शोध सारांश जो 200 शब्दों से अधिक न हो [Abstract]
बीज शब्द [key Words]
आमुख [Introduction]
निष्कर्ष [Conclusion ]
संदर्भ- लेखक का नाम, प्रकाशन वर्ष, पुस्तक का नाम, प्रकाशन का नाम, प्रकाशन का स्थान [APA FORMAT][Reference]
शोध आलेख का नियम-
भाषा- इंग्लिश एवं हिन्दी [Language- Hindi & English]
फॉन्ट- इंग्लिश: टाइम्स न्यू रोमन (फॉन्ट साइज़- 12), हिन्दी: यूनिकोड (फॉन्ट- कोकिला 16)
मेल करने का फॉर्मेट- शोध आलेख के साथ मौलिकता प्रमाण पत्र भेजना अनिवार्य है। शोध आलेख वर्ड फाइल एवं पीडीएफ दोनों फॉर्मेट में भेजें।
प्रकाशन नियम / Publication Policy
अकादमिक क्षेत्र में गुणवत्ता को ध्यान में रखते हुए जनकृति में प्रकाशित होने वाले शोध आलेखों का चयन विभिन्न स्तर पर किया जाता है। इसके लिए शोध विषय की नवीनता, मौलिकता, तथ्य के स्रोत एवं उनके मूल्यांकन, अंतरराष्ट्रीय शोध मानक के अनुरूप शोध प्रारूप इत्यादि बिन्दुओं के आधार शोध आलेखों का चयन किया जाता है।
प्रक्रिया-
प्राप्त शोध आलेखों के शोध प्रारूप की जांच कर विषय के अनुसार विषय विशेषज्ञ के पास भेजा जाता है।
विषय विशेषज्ञ शोध आलेख के प्रारूप का पुनः अध्ययन करते हैं तत्पश्चात शोध आलेख में शोध विषय की नवीनता, मौलिकता, तथ्य के स्रोत एवं उनके मूल्यांकन, अंतरराष्ट्रीय शोध मानक के अनुरूप शोध प्रारूप, शोध संदर्भ के आधार पर शोध आलेख को परखा जाता है। यदि शोध आलेख में आंशिक बदलाव की गुंजाइश है तो शोध आलेख में सुझाव के अनुरूप बदलाव हेतु लेखक को भेजा जाता है और यदि शोध आलेख सभी मानकों के अनुरूप सही है तो शोध आलेख को टिप्पणी के साथ सम्पादन मण्डल को प्रेषित किया जाता है।
सम्पादन मण्डल चयनित शोध आलेखों के तकनीकि पक्ष को देखते हैं। शोध में भाषा के स्तर पर कोई त्रुटि हो तो उसका सुधार करते हैं और संपादक को प्रेषित करते हैं।
संपादक द्वारा पुनः शोध आलेखों का अध्ययन किया जाता है। शोध आलेख की गुणवत्ता, नवीनता, शोध प्रारूप इत्यादि के आधार पर शोध आलेख को जाँचने के पश्चात अंतिम रूप से शोध आलेखों का चयन किया जाता है। चयनित शोध आलेख की जानकारी को संपादक के स्तर पर ही रखा जाता है जब तक चयन प्रक्रिया पूर्ण न हो जाए।
कॉपीराइट एवं प्लेरेगीस्म
शोध आलेख की मौलिकता
शोध आलेख का स्रोत
वर्तमान समय में अकादमिक क्षेत्र में प्लेरेगीस्म एक व्यापक समस्या है अर्थात किसी व्यक्ति के विचारों को अपने नाम से प्रकाशित हम इस तरह के किसी भी अपराध के सख्त खिलाफ है इसलिए पत्रिका में शोध आलेख की जांच प्लेरेगीस्म सॉफ्टवेयर इत्यादि के माध्यम से की जाती है।
शोध आलेख में दिये गए शोध संदर्भों को बारीकी से जांचा जाता है।
यदि शोध आलेख में कॉपी सामग्री जांच में पायी जाती है तो लेखक को शोध आलेख वापस भेज दिया जाता है साथ ही बताया जाता है कि भविष्य के किसी भी अंक में शोध आलेख प्रकाशित नहीं किया जाएगा।
यदि जनकृति में प्रकाशित किसी आलेख के संदर्भ में किसी लेखक की शिकायत मिलती है तो शिकायत के आधार पर शोध आलेख की जांच की जाती है सही पाये जाने पर शोध आलेख के संबंध में सार्वजनिक रूप से पत्र जारी करने का नियम है।