किशन एक खूबसूरत और नौजवान शायर था।उसकी नज़्म और शायरी की दीवानी लड़कियाँ बहुत ज्यादा थी।इसके अलावा उसे चाहनेवाले की कोई कमी नहीं थी।मगर…किशन की चाहत तो कोई और लड़की थी।जी हाँ पाठकों,चंचल ही वह लड़की थी,जिसे किशन प्यार करता था।
एक दिन चंचल किसी बात से रुठ गई।किशन ने बहुत मनाने की कोशिश की, मगर वह नहीं मानी।अतः, किशन उसके पास जाकर बोला”चंचल मैं अपनी गलती मानता हूँ।मगर…गलती तो इंसान से होती हैं।अगर तुम्हें मुझसे प्यार नहीं है तो जाने दो।”
इतना कहकर वह जाने ही वाला था की चंचल उसका हाथ पकड़कर बोली”किशन,मुझे माफ़ कर दो यार।मैं अपनी गलती मानती हूँ।”यह सुनकर किशन मुस्कुराते हुए चंचल की माथे को चूम लेता है।